अनवांटेड 72 एक गर्भनिरोधक गोली से अनचाहे गर्भ को रोकने के लिए उपयोग किया जाता है| इसे असुरक्षित यौन संबंध के 72 घंटे के भीतर लेना आवश्यक होता है| अनवांटेड 72 लेने के बाद पीरियड्स में कुछ बदलाव हो सकते हैं|
अधिकतर महिलाओं को अनवांटेड 72 लेने के बाद अपने नियमित पीरियड के समय पर ही पीरियड आ जाते हैं| लेकिन कुछ महिलाओं को पीरियड समय से पहले या देरी से आ सकते हैं| यह सामान्य रूप से 7 दिन से पहले या बाद में हो सकता है|
इस गोली से पीरियड का बहाव हल्का या भारी हो सकता है| पीरियड्स में अनियमितता और समय में बदलाव हार्मोनल बदलावों के कारण होते हैं |
इसके दुष्परिणामों मे सिरदर्द, चक्कर आना, थकान, और पेट में दर्द हो सकता है और कुछ महिलाओं को उल्टी या मतली भी आ सकती है|
अगर पीरियड 7 दिन से अधिक देरी से आ रहा है, तो गर्भावस्था परीक्षण करवाना आवश्यक होता है| लगातार अनियमितता या अन्य लक्षणों दिखाई दे तो डॉक्टर से जरूर सलाह ले|
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पतंजलि की स्त्री की कामोत्तेजना बढ़ाने की दवा के बारे में विशिष्ट जानकारी नहीं है, लेकिन पतंजलि आयुर्वेद में कुछ उत्पाद हैं जो महिलाओं की कामोत्तेजना और सेक्सुअल हेल्थ को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं|
कुछ पतंजलि उत्पाद जो महिलाओं की कामोत्तेजना और सेक्सुअल हेल्थ को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं:
1. पतंजलि शतावरी चूर्ण - यह एक आयुर्वेदिक उत्पाद है जो महिलाओं के स्वास्थ्य की देखभाल के लिए बनाया गया है, लेकिन यह कामोत्तेजना को भी बढ़ावा देने में मदद कर सकता है|
2. पतंजलि शिलाजीत: यह एक आयुर्वेदिक उत्पाद है जो पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए कामोत्तेजना और सेक्सुअल हेल्थ को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है|
3. पतंजलि अश्वगंधा: यह एक आयुर्वेदिक उत्पाद है जो तनाव और थकान को कम करने में मदद कर सकता है, जो कामोत्तेजना को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है|
संदर्भ - महिलाओ को जोश की गोली का नाम
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शिवलिंग पर चढ़ाए गए बेलपत्र को भगवान शिव को अर्पित किया जाता और इस वजह से उस बेलपत्र को पवित्र माना जाता है| लेकिन कृपया इस बेलपत्र को पानी से धोकर खाना उचित रहेगा |
अगर बेलपत्र के फ़ायदे की बात करे तो इसे हिन्दू धर्म मे एक पवित्र और औषधीय पौधा माना जाता है|बेलपत्र खाने के कई स्वास्थ्य लाभ हो सकते हैं |
बेलपत्र खाने से शरीर की गर्मी को कम करने के लिए उपयुक्त है | यह शरीर को ठंडक पहुंचाने मे मदद करता है |
बेलपत्र का सेवन पाचन तंत्र को सुधारने में मदद करता है| यह कब्ज, डायरिया और अन्य पाचन संबंधी समस्याओं को कम करने में सहायता करता है|
बेलपत्र डायबिटीज वाले मरीजों के लिए लाभकारी हो सकता है| इसमें मौजूद तत्व रक्त की शर्करा का स्तर नियंत्रित करने में मदद करता हैं|
बेलपत्र का उपयोग श्वसन संबंधी समस्याओं जैसे अस्थमा और सर्दी-खांसी में राहत दिलाने में किया जाता है| इसका सेवन बलगम को बाहर निकालने में मदद करता है और फेफड़े को साफ रखता है|
बेलपत्र से लिवर और किडनी का इलाज किया जाता है| यह लिवर को डिटॉक्सिफाई करता है और किडनी स्टोन को निकालने में मदद करता है|
बेलपत्र रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करता है, जिससे हृदय स्वस्थ रहता है|
आप बेलपत्र का जूस बनाकर पी सकते हैं या सूखे बेलपत्र को पीसकर पाउडर बनाकर इसे पानी या दूध के साथ लें सकते है| इसकी चाय भी बना सकते हैं, जो पाचन और श्वसन संबंधी समस्याओं में राहत देती है|
जरूरी सूचना: बेलपत्र के सेवन से पहले किसी डाक्टर से परामर्श करना आवश्यक है, खासकर यदि आप किसी स्वास्थ्य समस्या से पीड़ित हैं या कोई दवाई ले रहे हैं|
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