भारत में बेरोजगारी की समस्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही हैं, लेकिन इसका हल शिक्षा और कौशल विकास से हो सकता है| भारत में, अधिक से अधिक लोगों को नौकरी पाने में परेशानी हो रही है, लेकिन हम शिक्षा पर ध्यान केंद्रित करके और नए कौशल सीखकर इसे ठीक करने में मदद कर सकते हैं| युवाओं को ऐसे कौशल सीखने चाहिए जो ट्रेंडिंग हो और उन्हें अच्छी नौकरी पाने में मदद करें| सरकार को कुछ विशेष स्कूल बना सकते हैं जहाँ वे विभिन्न नौकरियों के लिए व्यावहारिक कौशल सीखा सकें, जो उन्हें अपना खुद का व्यवसाय शुरू करने के लिए भी प्रेरित कर सकते हैं| इसमें कंप्यूटर कोर्स, डेटा विश्लेषण और ऑनलाइन मार्केटिंग जैसी महत्वपूर्ण नई चीजें सिखाकर, हम सभी के लिए नौकरी के नए अवसर खोलने में मदद कर सकते हैं|
फ़ैक्ट्रियों और खेती में बदलाव करके लोगों के लिए ज़्यादा नौकरियाँ पैदा की जा सकती हैं| हम मेक इन इंडिया जैसे कार्यक्रमों का समर्थन करके और छोटे व्यवसायों की मदद करके फ़ैक्टरियों में ज़्यादा नौकरियाँ ला सकते हैं| खेती में सुधार और संबंधित क्षेत्रों में पैसा लगाने से ग्रामीण इलाकों में ज़्यादा नौकरी के अवसर मिल सकते हैं| भारत मे स्टार्टअप इंडिया और स्किल इंडिया जैसे कार्यक्रम अच्छी तरह से काम कर रहे हैं, आप इस योजनाओं का लाभ उठा सकते है |
सरकार को लोगों को काम खोजने में मदद करने के लिए और ज़्यादा नौकरी का आयोजन करना चाहिए| जैसे कि, मनरेगा, जिससे ग्रामीण इलाकों में लोगों की मदद करता है, वैसे ही हमें शहरों में भी ऐसे ही कार्यक्रम शुरू करने चाहिए| ऐसा करने के लिए, सरकार को कुछ नियमों में बदलाव करने और तकनीक पर ज़्यादा पैसा खर्च करने की ज़रूरत है| इससे व्यवसायों को लाने और सभी के लिए ज़्यादा नौकरियाँ पैदा करने में मदद मिलेगी|
हमें लोगों की नौकरियों के बारे में सोच बदलने की भी ज़रूरत है| युवाओं को सिर्फ़ सरकार से नौकरी की तलाश करने के बजाय अपना खुद का व्यवसाय शुरू करने के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए| हमें महिलाओं और कमज़ोर समूहों के लोगों के लिए विशेष योजना चलाकर उनके लिए ज़्यादा से ज़्यादा रोज़गार के अवसर पैदा करने चाहिए| अगर सरकार, व्यवसाय और समुदाय मिलकर काम करें, तो हम बहुत से लोगों को नौकरी पाने में मदद कर सकते हैं|
जय हिन्द!!!
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महाभारत यह एक ऐसा महाकाव्य है जो केवल ऐतिहासिक या धार्मिक कथा नहीं है, बल्कि इसमें जीवन के सभी पहलुओं का सारांश बताया गया है, इसलिए इसे गतिशील ग्रंथ कहते है | महाभारत में दिए गए सभी घटनाएँ और पात्र, आज भी प्रेरणादायी माने जाते हैं|
महाभारत में जीवन के हर पहलू को दर्शाया गया है, जैसे धर्म, अधर्म, राजनीति, नैतिकता, कर्तव्य, परिवार, समाज, युद्ध, शांति, और अध्यात्म| ये सब जीवन के ऐसे घटक हैं जो समय के साथ बदलते रहते हैं, परंतु महाभारत के सिद्धांत और शिक्षाएँ सभी समयों में लागू होती हैं|
महाभारत के पात्र जैसे अर्जुन, कृष्ण, द्रौपदी, भीष्म, दुर्योधन, कर्ण आदि, मानवीय स्वभाव के अलग-अलग स्वभाव है, इनमें प्रेम, घृणा, लोभ, क्रोध, सहानुभूति, क्षमा दिखाई देती हैं| ये सभी पात्र गतिशील हैं और उनके जीवन से जुड़ा संघर्ष आज के जीवन से जुड़ता हुआ महसूस होता है|
महाभारत में धर्म और नैतिकता के बारे में बताया गया है | धर्म का पालन करना कितना कठिन होता है और हर समय इसमें सत्य-असत्य के बीच संघर्ष होता रहता हैं इसलिए इस ग्रंथ को एक गतिशील और अस्थिर नैतिकता का ग्रंथ माना जाता है|
महाभारत यह राजनीति और कूटनीति का एक उदाहरण हैं, जो आज भी किसी भी राजनीतिक व्यवस्था या समाज से संबंधित हैं|
महाभारत का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा भगवद गीता है, जो अर्जुन और कृष्ण के बीच एक संवाद है | गीता में जो अर्जुन को जो ज्ञान दिया गया है, वह केवल युद्ध नहीं है,बल्कि जीवन के हर पहलुओं से संबंधित है| इसमें जो ज्ञान की बातें कही गई हैं वह हर समय और हर व्यक्ति के लिए प्रेरणादायी है और मार्गदर्शन का काम करती है |
पूरा पढ़ने के लिए आभार!
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