"ॐ शांति शांति शांति" इन चार शब्दों को हिन्दू धर्म में काफी महत्व है | जब किसी हिन्दू धर्मीय इंसान की मृत्यु हो जाती है , तो ॐ शांति शांति शांति का उच्चारण किया जाता है, लेकिन इस मंत्र के पीछे गहरा अर्थ छिपा है | इस मृत्यु हुए इंसान के आत्मा के शांति के लिए इस मंत्र से प्रार्थना की जाती है |
ॐ यह परमात्मा का प्रतिक है और इससे सभी प्रार्थनाओं की शुरुआत होती है | पहला शांति शब्द शरीर की शांति को दर्शाता है | दूसरा शांति शब्द मानसिक और भावनिक शांति के लिए होता है और तीसरा शांति शब्द आध्यात्मिक रूप से शांति प्रदान करने के लिए होता है |
मृत्यु के समय इस मंत्र का उच्चारण आत्मा की शांति के लिए और उसके आगे के जीवन में शांति के लिए प्रार्थना की जाती है | मृत्यु के कारण उसका परिवार को मानसिक शांति के लिए भी यह मंत्र होता है |
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छत्रपती शिवाजी महाराज की मृत्यु 3 अप्रैल 1680 को रायगढ़ किले पर हुई थी| उनकी मृत्यु के बारे में इतिहासकारों में अभी भी मतभेद हो रहे हैं, जिनमें से अधिकांश इतिहासकार और विद्वानों का यह कहना हैं कि उनकी मृत्यु बीमारियों के कारण हुई और अन्य इतिहासकारों का कहना है कि उन्हे विष देकर मारा गया|
पहला मत यह है कि, छत्रपती शिवाजी महाराज की मृत्यु का कारण उनकी बीमारी थी| शिवाजी महाराज को कुछ समय से बुखार और पेचिश जैसी बीमारियों ने घेर लियाथा| ऐतिहासिक दस्तावेजों के अनुसार, उनकी स्वास्थ्य स्थिति धीरे-धीरे खराब हो रही थी और आखिर मे उनकी मृत्यु हो गई| इस मत का समर्थन करने वाले विद्वानों में जदुनाथ सरकार हैं, जिन्होंने अपनी पुस्तक "Shivaji and His Times" में विस्तार से बताया गया है|
दूसरा मत यह है कि, छत्रपती शिवाजी महाराज की मृत्यु उनके खिलाफ रची गई साजिश थी | उन्हे भोजन के माध्यम से विष देकर मारा गया था| लेकिन इसके बारे में कोई ऐतिहासिक प्रमाण उपलब्ध नहीं हैं और इतिहासकार इस घटना को समर्थन नहीं देते|
संदर्भ:
Shivaji and His Times by J. A.Sarkar
https://archive.org/details/shivajihistimes00sarkrich/page/n9/mode/2up
(छत्रपती शिवाजी महाराज - काळ आणि कर्तृत्व) https://www.amazon.in/Chhatrapati-Shivaji-His-Times-Marathi/dp/8195978495
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वर्जिन शब्द का मतलब होता है 'जिसका किसी वस्तु का उपभोग न किया हो या जिसने अभीतक कोई यौन संबंध न किया हो |' | यह शब्द किसी युवा इंसान और वस्तु के बारे में होता है, लेकिन आजकल युवापीढ़ी इस शब्द का उपयोग ज्यादा करती है | यह युवापीढ़ी के भाषा में वर्जिन का मतलब किसी 'लड़का या लड़की ने सेक्स न किया हो' ऐसा होता है और कुछ लोग इसे 'कुँवारी' मतलब जो अविवाहित हैं ऐसा भी कहते है |
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धर्मो रक्षति रक्षितः का अर्थ यह होता है कि, जो धर्म की रक्षा करता है, उसकी रक्षा धर्म करता है | इसका उल्लेख मनुस्मृति के 8 वे अध्याय के 15 वें श्लोक में लिखा है | वहाँ पर,
धर्म एव हतो हन्ति धर्मो रक्षति रक्षितः|
तस्माद्धर्मो न हन्तव्यो मा नो धर्मो हतोऽवधीत्॥
इसका अर्थ ऐसा हैं कि, नष्ट हुआ धर्म ही नाश करता है और धर्म की रक्षा करने पर धर्म आपकी रक्षा करेगा| अगर नष्ट हुआ धर्म हमें नष्ट ना कर दे, इसलिए धर्म का कभी नाश नहीं करना |
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