सीधी सी बात यह है कि थायराइड कुछ चंद दिनों में ठीक नहीं होता है | इसे ठीक करने के लिए अपनी जीवनशैली में बदलाव जैसे कि, आहार और व्यायाम, डाक्टर के बताए तत्वों का पालन और धैर्य रखना पड़ता है |
थायराइड को कंट्रोल में लाने के लिए आयोडिन, सेलेनियम और जिंक युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करना जरूरी है | इस खाद्य पदार्थों में आयोडिनयुक्त नमक, सूका मेवा, मछली, अंडे और मांस आते है | इस आहार के साथ व्यायाम भी करे, इसकी वजह से थायराइड मे सुधार आकार वजन नियंत्रित रहता है |
शराब और धूम्रपान न करे, समय-समय पर नींद लें, मानसिक तनाव से दूर रहे | यदि आप मे थायराइड ज्यादा कार्यक्षम है, डॉक्टर की मदद से थायराइड हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी ले | यह संबंधित हार्मोन्स का स्तर संतुलित रहता है| ज्यादा गर्मी और ठंड से बच के रहे और सबसे जरूरी बात डाक्टर से कनेक्ट रहे |
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पीरियड मिस होने के बाद पेट में दर्द के कई कारण हो सकते हैं| यह दर्द हार्मोनल बदलावों, संभावित गर्भावस्था, या अन्य चिकित्सीय स्थितियों के कारण भी हो सकता है|
पीरियड में इन हार्मोनों का महत्वपूर्ण योगदान होता है| प्रोजेस्टेरोन और एस्ट्रोजेन इन हार्मोन्स के असंतुलन के कारण पीरियड मिस हो सकता है और पेट में दर्द हो सकता है|
अगर गर्भावस्था हुई है, तो भ्रूण के गर्भाशय की दीवार पर चिपकने के दौरान हल्का दर्द और रक्तस्राव हो सकता है, इसे इम्प्लांटेशन दर्द कहते है | गर्भावस्था के प्रारंभिक लक्षणों में पेट में दर्द, जी मचलना, थकान, और स्तन संवेदनशील हो सकते हैं|
पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS) यह हार्मोनल विकार है जिससे अंडाशय में सिस्ट के विकास के कारण पीरियड मिस हो सकते हैं और पेट में दर्द हो सकता है|
गर्भाशय में मांसपेशियों के गांठ हो सकते हैं, जो दर्द और अनियमित पीरियड्स का कारण बन सकते हैं|
थायरॉयड से हार्मोन का असंतुलन पीरियड्स में बदलाव होकर पेट में दर्द हो सकता है|
अत्यधिक तनाव से हार्मोनल असंतुलन का कारण बन सकता हैऔर इससे पीरियड मिस हो सकते हैं और पेट में दर्द हो सकता है|
अचानक वजन बढ़ने या घटने से पीरियड मे बदलाव हो सकता है|
अगर दर्द लगातार होता है या अन्य लक्षण जैसे कि अत्यधिक रक्तस्राव, उल्टी, चक्कर आना, या तेज बुखार है तो तुरंत अपने घरेलू डाक्टर से परामर्श लें|
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कृपया जहां आप खड़े हैं, वहाँ के लोगों से पूछे, अगर किसी ने नहीं बताया तो मैंने कुछ पर्याय दिए हैं, उससे आपका काम हो जाएगा |
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लिंग ढीलापन के घरेलू उपाय निम्नलिखित हैं:
1. ओमेगा-3 फैटी एसिड - ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर खाद्य पदार्थ, जैसे कि मछली और अखरोट, लिंग की मांसपेशियों को मजबूत बनाने में मदद कर सकते हैं|
2. विटामिन डी - विटामिन डी से भरपूर खाद्य पदार्थ, जैसे कि दूध और अंडे, लिंग की मांसपेशियों को मजबूत बनाने में मदद कर सकते हैं|
3. जिंक - जिंक से भरपूर खाद्य पदार्थ, जैसे कि ऑयस्टर और बीज, लिंग की मांसपेशियों को मजबूत बनाने में मदद कर सकते हैं|
4. लाल मिर्च - लाल मिर्च में कैप्साइसिन होता है, जो लिंग की मांसपेशियों को मजबूत बनाने में मदद कर सकता है|
5. अदरक - अदरक में जिंजरोल होता है, जो लिंग की मांसपेशियों को मजबूत बनाने में मदद कर सकता है|
6. कॉफी - कॉफी में कैफीन होता है, जो लिंग की मांसपेशियों को मजबूत बनाने में मदद कर सकता है|
7. पालक - पालक में फोलेट होता है, जो लिंग की मांसपेशियों को मजबूत बनाने में मदद कर सकता है|
8. बादाम - बादाम में विटामिन ई होता है, जो लिंग की मांसपेशियों को मजबूत बनाने में मदद कर सकता है|
9. दही - दही में प्रोबायोटिक्स होते हैं, जो लिंग की मांसपेशियों को मजबूत बनाने में मदद कर सकते हैं|
10. नारियल तेल - नारियल तेल में मीडियम-चेन ट्राइग्लिसराइड्स होते हैं, जो लिंग की मांसपेशियों को मजबूत बनाने में मदद कर सकते हैं|
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि आहार परिवर्तन से Ling ढीलापन दूर करने लिए के उपाय घरेलू एक बेहतरीन उपाय है |
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