आप किस चीज पर विश्वास करते हैं जो हर कोई नहीं करता है?

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मिलते-जुलते प्रश्न

आपके बारे में ऐसी कौन सी बात है जो हर कोई हमेशा गलत करता है? पुरुष का स्पर्म कितना होना चाहिए जिससे बच्चा ठहर सकता? मानवी हक्कों के उल्लंघन के उदाहरण क्या हो सकते हैं? देश से बाहर की उड़ान के लिए आप सबसे पहले क्या पैक करते हैं? वह कौन सी एक चीज है जो आप चाहते हैं कि आप हर सुबह कर सकें जिसके लिए आपके पास समय नहीं है? आपके साथ ऐसा क्या हुआ है जो इतना हास्यास्पद है कि अगर आप वहां नहीं होते तो आपको विश्वास नहीं होता? आपको क्या लगता है कि हर किसी को अपने जीवन में कम से कम एक बार क्या अनुभव करना चाहिए? क्या आपने कभी किसी ऐसे व्यक्ति को डेट किया है जिससे आपका परिवार नफरत करता है? पीरियड के कितने दिन बाद बच्चा ठहरता है? मुझे मानवीकरण अलंकार की परिभाषा उदाहरण सहित ५० उदाहरण चाहिए |
सिद्धार्थ बंसल
सिद्धार्थ बंसल
10 दिसम्बर 2024 . 10 अंक कमाएं
संबंधित प्रश्न: मुझे मानवीकरण अलंकार की परिभाषा उदाहरण सहित ५० उदाहरण चाहिए |

जब हम निर्जीव चीजों, जानवरों, या प्रकृति की चीजों को इंसान की तरह सोचने, बोलने, या व्यवहार करने का गुण देते हैं, तो इसे मानवीकरण अलंकार कहते हैं| उदाहरणार्थ, नदी गुनगुनाती हुई बह रही थी, चाँद तारों से बातें कर रहा हैं|

और ५० उदाहरण,

  1. बादल आसमान में दौड़ रहे हैं|
  2. नदी गुनगुनाती हुई बह रही है|
  3. पेड़ हवा में नाच रहे हैं|
  4. समय किसी का इंतजार नहीं करता|
  5. पुस्तकें ज्ञान की गंगा बहा रही हैं|
  6. पर्वत सिर ऊँचा कर खड़े हैं|
  7. हवा कानों में कुछ कह रही है|
  8. समंदर लहरों से खेल रहा है|
  9. फूल खुशबू फैलाकर मुस्कुरा रहे हैं|
  10. धरती माँ अपने बच्चों को गोद में ले रही है|
  11. आँधियाँ गुस्से में गरज रही हैं|
  12. पंछियों के गीत सुनकर सुबह खिलखिला उठी|
  13. पतझड़ के पत्ते जमीन पर नृत्य कर रहे हैं|
  14. बारिश प्यार भरी फुहारें बरसा रही है|
  15. दीवारें भी अब सच बोलने लगी हैं|
  16. सूरज पहाड़ों से झाँक रहा है|
  17. किताबें अपने पन्ने खोलकर स्वागत कर रही हैं|
  18. सागर अपने किनारों को छूने की कोशिश कर रहा है|
  19. चिड़ियों का झुंड आसमान में चित्र बना रहा है|
  20. नदी अपने दोनों किनारों से बातें कर रही है|
  21. चाँदनी रात हर दिशा को रोशन कर रही है|
  22. घड़ी समय को पकड़ने की कोशिश कर रही है|
  23. फूल भँवरों से मस्ती कर रहे हैं|
  24. सूरज अपने प्रकाश से हर जगह को चूम रहा है|
  25. पहाड़ अपनी मजबूती का गर्व महसूस कर रहे हैं|
  26. बर्फ ने धरती को सफेद चादर ओढ़ा दी है|
  27. कलम सच्चाई लिखने को आतुर है|
  28. हवा पेड़ों के कानों में फुसफुसा रही है|
  29. आसमान बादलों से खेल रहा है|
  30. रात तारों से सजी एक दुल्हन की तरह लग रही है|
  31. नदी हर पत्थर से टकराकर शिकायत कर रही है|
  32. दीपक अंधकार से लड़ने को तैयार है|
  33. बिजली गुस्से में चमक रही है|
  34. घास की नोकें ओस की बूँदों को सहला रही हैं|
  35. नदी अपने किनारों को प्यार कर रही है|
  36. चिड़ियाँ सुबह को जगाने की कोशिश कर रही हैं|
  37. पत्थर भी अपनी चुप्पी तोड़ने को मजबूर हो गए|
  38. सूरज ने अपने हाथों से धरती को गर्मी दी|
  39. लहरें किनारों पर आकर अपनी कहानी सुना रही हैं|
  40. खेत अपने हरे-भरे रूप पर इतराते हैं|
  41. बारिश की बूँदें धरती पर नृत्य कर रही हैं|
  42. सड़कें मुसाफिरों का स्वागत कर रही हैं|
  43. पत्ते हवा के साथ गुफ्तगू कर रहे हैं|
  44. काले बादल दुखी होकर रोने लगे|
  45. झील पानी के साथ अपना मन हल्का कर रही है|
  46. सूरज अपनी गर्मी से दिन को जगाने लगा|
  47. सितारे रात के काले आसमान को सजाने लगे|
  48. दीवारें बीते समय की कहानियाँ सुनाने लगीं|
  49. सागर लहरों के माध्यम से अपनी भावनाएँ प्रकट कर रहा है|
  50. घड़ी की सुइयाँ दौड़ती हुई समय को पकड़ने की कोशिश कर रही हैं|

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