देश को चलाना हो तो, संसद का होना बेहद जरूरी है | संसद मे सांसदों द्वारा जनकल्याण के निर्णय लिए जाते है, जिससे देश की उन्नति होती हैं | संसद एक लोकतंत्र के आधार पर होती है, जो देश के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण संस्था है| संसद लोकतंत्र का मुख्य स्तंभ माना जाता है |
संसद न हो तो, देश के शासन और लोकतंत्र की प्रणाली पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता हैं| संसद किसी भी लोकतंत्र की व्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण संस्था होती है और इसके न होने से कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता हैं | इससे सरकार की प्रणाली में बाधा आएगी, जनता की आवाज सरकार तक नहीं पहुंचेगी, सरकार और जनता में पारदर्शक व्यवहार नहीं होगा और सरकार के गलत निर्णयों का विरोध नहीं होगा |
संसद का सबसे पहला मुख्य काम हैं, कानून बनाना | देश कानून पर चलाया जाता हैं, यह देश की नीतियों और नियमों को तय करता है, जिससे देश सुचारू रूप से चलता हैं |
संसद के सदस्य (सांसद) सरकार के कार्यों पर नज़र रखते है और उसके गलत निर्णयों का विरोध करते है| ताकि सरकार जनता के हित में काम करे |
संसद के माध्यम से सरकार के बजट और वित्तीय योजनाओं को मंजूरी दी जाती है, इससे यह सुनिश्चित होता है कि सरकार देश की संपत्ति का सही उपयोग कर रही है|
संसद जनता के चुने हुए प्रतिनिधियों से बनती है, जो नागरिकों की समस्याओं और आवश्यकताओं को सामने रखते हैं| इससे जनता की आवाज़ शासन में शामिल होती है|
संसद विभिन्न मुद्दों पर बहस और विचार-विमर्श होते हैं, ताकि निर्णय सर्वसम्मति से लिए जा सकें|
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