हर हिन्दू धर्म के घर गणेश जी की मूर्ति या तस्वीर होती है और इस वजह से लोगों के मन में संभ्रम होता है की गणेश जी का मुख किस दिशा मे होना चाहिए | इसकी सही दिशा है उत्तर या पूर्व और उत्तर-पूर्व(इशान्य) |
गणेश जी की मूर्ति या तस्वीर को घर में सही दिशा में स्थापित करने के लिए वास्तु शास्त्र को महत्वपूर्ण माना जाता है| घर में सकारात्मक ऊर्जा होने से घर में सुख, शांति और समृद्धि बनी रहती है|
मुख की दिशा: गणेश जी की मूर्ति का मुख घर के अंदर की ओर होना चाहिए, उदाहरणार्थ, जब आप गणेश जी की पूजा कर रहे हों, तो आपका मुख पूर्व दिशा की ओर हो और गणेश जी का मुख पश्चिम दिशा की ओर हो| इससे सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह अंदर आता है|
दूसरी बात यह है कि, गणेश जी की मूर्ति या तस्वीर के आस-पास साफसफाई और स्वच्छता होनी चाहिए| पूजा मंदिर को एक अलग कमरा या वह नहीं है तो एक ऊंची जगह पर छोटासा मंदिर होना चाहिए | देवताओं को जमीन पर न रखे | पूजा स्थल पर एक दीपक सदैव जलता रहना चाहिए |
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संविधान के बिना, एक लोकतांत्रिक देश खो जाएगा, जैसे स्टीयरिंग व्हील के बिना एक जहाज होता हैं वैसे ही | संविधान देश को निष्पक्षता, न्याय और एक ऐसी सरकार की ओर ले जाने में मदद करता है जो अपने लोगों की बात सुनती है|
यह यह भी सुनिश्चित करता है कि सभी की राय सुनी जाए और उनका सम्मान किया जाए| संविधान आपके मन की बात कहने, अपने धर्म का पालन करने और दूसरों के साथ इकट्ठा होने जैसे अधिकारों की रक्षा करता है| इसका मतलब है कि लोग मुसीबत में पड़ने के डर के बिना अपने विचार व्यक्त कर सकते हैं|
यह इस बात की भी गारंटी देता है कि सभी के साथ निष्पक्ष व्यवहार किया जाता है और अगर कोई समस्या है तो उसे सुनने का मौका मिलता है|
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